Thursday, 14 February 2019

बस बदला चाहिए

बस बदला चाहिए




आज सहने की सीमा पार हो गयी ,
हर हिंदुस्तानी की आँखें नम हो गयी
कुर्बान हो गये आज इस वतन के लिए जवान
आज फिर मातृभूमि की इज़्ज़त तार-तार हो गयी

कुछ बची हो मोहब्बत तो देश के नाम लिख दो ,
कुछ बचा हो ईमान तो देश को भेंठ कर दो,
क्यूंकि अब इसका बदला हर शक्श से लिया जायेगा ,
बस एक बार इस सहादत का जवाब हमे देने दो

ये जो आग लगी है आज हर तन के अंदर
बुझने मत देना यारों इसे मन के अंदर
एक एक कुर्बानी का हिसाब लेना है ,
तड़पा तड़पा कर ले जाना है इन्हे मुर्दाघर के अंदर

इन्हे जिहाद का मतलब बताना है ,
आतंकियों को हर रक्त की बूँद का अर्थ सिखाना है
आज़ादी चाहिए न कश्मीर वालों ,
अब तुम्हे असली आजादी का नज़ारा दिखाना है

अब चाहे जिस हद्द तक की ये लड़ाई हो ,
हमे बस बदला चाहिए
अब चाहे जो भी परिणाम हो ,
हमे बस इनके देश में ,
डर का माहौल चाहिए


-Harshvardhan Sharma




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