रक्षाबंधन
आज रक्षाबंधन का त्यौहार आया है
खुशियां अपने संग हज़ार लाया है
राखी कलाई पर बांधना तो है दस्तूर
पर असली बंधन तो दिलों का है हुज़ूर
उत्सव है ,उत्साह है
देखो आज भाई बहन का त्यौहार है
रोली है राखी है और है चन्दन
धन्य हैं वो भाई जिनके पास है अनमोल रतन सी बहन
प्रेम के समन्दर सा है एहसास
क्योंकि कृष्ण से जुड़ा है इसका इतिहास
क्योंकि कृष्ण से जुड़ा है इसका इतिहास
साधारण सा धागा नहीं है ये
विश्वास की एक डोर है
इस प्यार मैं न कोई ओर है नहीं कोई छोर
Harsh sharma

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